24 - 03 - 2024, 08:53 AM
|
|
|
† Admin Woman †
|
|
|
|
|
|
فتوَقَّع شعبُك خلاصَ الأبرار وهلاك الأعداء. [7]
لم ينم الشعب تلك الليلة،
إذ كان مترقبًا بإيمان وثقة
أن ما أعلنه الله حتمًا يتحقق:
خلاص للأبرار، وهلاك للأشرار!
لأن ما عاقَبتَ به أعداءنا
صار لنا موضع مجدنا بدعوتِك لنا. [8]
تهلل الشعب وسبح ليس لشهوة انتقام من مقاوميهم،
وإنما لاعتزازهم بتحقيق وعود الله الصادقة أنه ملجأ لمؤمنيه وسند لهم.
يجلب الأشرار الضربات عليهم، ويصير ما هو هلاك لهم خلاصًا للصديقين.
|